ONLINE उपस्थिति से ही संभव होगी समय से शिक्षकों की उपस्थिति। लापरवाह शिक्षकों पर महानिदेशक सख्त।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में शिक्षक समय से पहुंचें, इसके लिए ऑनलाइन व बायोमीट्रिक व्यवस्था किया जाना एक मात्र विकल्प रह गया है - महानिदेशक
पिछले तीन माह में टास्कफोर्स के निरीक्षण में हजारों शिक्षक अनुपस्थित मिलने के बाद शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने अमृत विचार से रविवार को बातचीत में स्पष्ट किया कि स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके इसके लिए प्रत्येक शिक्षक का समय से विद्यालय पहुंचना जरूरी है।
अमृत विचार से बातचीत शिक्षा महानिदेशक ने कहा, अच्छा कार्य करने वाले शिक्षक होंगे प्रोत्साहित लापरवाही पर होगी कार्रवाई। उन्होंने कहा जो शिक्षक अच्छा कार्य कर रहे हैं, उनको प्रोत्साहित किया जायेगा लेकिन लापरवाह शिक्षकों को बख्शा नहीं जायेगा।
2017 से योजना अभी तक नहीं चढ़ी परवान
यूपी के बेसिक शिक्षा के स्कूलों में 2017 से बायोमीट्रिक हाजिरी लेने की योजना है। पहले सेल्फी से हाजिरी की योजना लागू की गई, लेकिन शिक्षकों के विरोध के कारण सरकार को पीछे हटना पड़ा। वर्ष 2019 में टैबलेट के माध्यम से बायोमीट्रिक हाजिरी पर सहमति बनी लेकिन टैबलेट खरीद प्रक्रिया में देरी हुई। इसके बाद कोरोना संक्रमण काल के चलते योजना ठंडे बस्ते में चली गई।
शिक्षक नेताओं के लिए अलग से नियमावली नहीं वहीं दूसरी ओर शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों के लिए कोई ऐसी नियमावली नहीं है कि वह पढ़ाई के समय स्कूल में उपस्थित नहीं रहें। लेकिन बावजूद अक्सर जांच में पाया गया कि नेता जी कभी स्कूल आते ही नहीं हैं। विभाग के कई अधिकारी ही बताते हैं कि कई ऐसे भी प्रभावी शिक्षक नेता हैं, जिनके स्कूलों का औचक निरीक्षण करने से खंड शिक्षा अधिकारी व बीएसए निरीक्षण करने से भी घबराते हैं।