الأربعاء، 24 مايو 2023

बड़ा सवाल : शिक्षक ऊहापोह की स्थिति में, आखिर कब होंगे परिषदीय शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर?

बड़ा सवाल : शिक्षक ऊहापोह की स्थिति में, आखिर कब होंगे परिषदीय शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर? 

परिषदीय स्कूलों के शिक्षक जिले के भीतर तबादले के साथ ही पदोन्नति की राह काफी लंबे समय से देख रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग इन दोनों विषयों पर एक के बाद एक आदेश जारी कर शिक्षकों के संशय में और इजाफा कर रहा है।  


शिक्षकों का अब तक न तो प्रमोशन हो पाया है और न ही जिले के अंदर ट्रांसफर की किसी प्रक्रिया की शुरुआत। बीते महीने शासन ने बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति का आदेश जारी किया तो लम्बे समय से पदोन्नति की राह देख रहे बेसिक शिक्षकों के चेहरे पर प्रसन्नता की लहर दौड़ गई। शासन की तरफ से एक टाइमलाइन जारी करते हुए तय समय सारणी के अनुसार प्रमोशन करने के निर्देश भी दिए गए। किंतु शिक्षकों की वरिष्ठता सूची तैयार करने में ही महीनों लग गए। इस संबंध में बेसिक शिक्षा सचिव ने कई बार आदेश भी जारी किया। बमुश्किल अब जाकर पोर्टल पर सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने वरिष्ठता सूची अपलोड की है। इस बीच परिषद सचिव ने वरिष्ठता सूची तैयार करने, नियम बताने एवं आपत्तियों का निस्तारण करने आदि के लिए एक के बाद एक आदेश भी जारी किए। एक प्रारूप जारी कर 8 मई तक टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की डिटेल भी मांगी गई थी।

तबादले को लेकर संशय की स्थिति बरकार

विभाग ने जिले के भीतर तबादलों एवं समायोजन की नीति तैयार कर आदेश जारी किया था। इसके लिए भी एक टाइमलाइन जारी की गई थी। पोर्टल को बीती 28 अप्रैल को खुलना था लेकिन तकनीकी खामी के चलते  प्रक्रिया संचालित नहीं हो पायी। शिक्षक तबादले को लेकर काफी चिंतित दिख रहे हैं। शिक्षकों ने पारस्परिक स्थानान्तरण के लिए अपने साथी भी खोज लिए लेकिन अब तक आवेदन की प्रक्रिया शुरू नही हो सकी है।

शिक्षकों पर कार्रवाई लेकिन अफसरों पर क्यों नहीं?

शिक्षक तर्क देते हैं कि विभाग समय पर काम कराने के लिए शिक्षकों पर कार्रवाई करने में तनिक भी देर नहीं लगाता है। शिक्षकों के वेतन रोकने से लेकर अन्य कार्रवाई तुरंत अमल में लाई जाती है। प्रमोशन व तबादले में देरी की वजह बनने वाले अफसरों व कर्मियों पर कार्रवाई अभी तक क्यों नही की गई? शिक्षकों का तर्क है कि शासन की मंशा के अनुरूप काम न करने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। क्योंकि यदि अफसरों ने प्रमोशन के मसले पर गंभीरता से काम किया होता तो इतने अधिक आदेश जारी न करने पड़ते। 

फिलहाल अगले आदेश की प्रतीक्षा है जब शिक्षकों को प्रमोशन और स्थानांतरण का लाभ मिल सके।

बड़ा सवाल : शिक्षक ऊहापोह की स्थिति में, आखिर कब होंगे परिषदीय शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर? Rating: 4.5 Diposkan Oleh: Apne Sir Ji