الاثنين، 5 يونيو 2023

अब प्रतिकर के बिना ही शिक्षकों को ड्यूटी करनी होगी। शासन ने प्रतिकर के साथ अध्ययन अवकाश किया समाप्त।

अब प्रतिकर के बिना ही शिक्षकों को ड्यूटी करनी होगी। शासन ने प्रतिकर के साथ अध्ययन अवकाश किया समाप्त। 




उन्नाव। अब प्रतिकर के बिना ही शिक्षकों को ड्यूटी करनी होगी। शासन से प्रतिकर व अध्ययन अवकाश समाप्त कर दिए गए हैं। इस आदेश के बाद से शिक्षकों में रोष है। उनका कहना है कि ऐसे में तो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को परेशानी उठानी होगी। साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में भी गिरावट आएगी क्योंकि जब शिक्षक पढ़ेंगे ही नहीं तो छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसे दे पाएगा।

जिले में संचालित 2709 परिषदीय स्कूलों में करीब 7500 शिक्षकों की तैनाती है। इन शिक्षकों को अभी तक छुट्टी के दिन काम पर बुलाने से उन्हें अवकाश आगे दे दिया जाता था। जिसे प्रतिकर अवकाश कहा जाता था। वहीं शिक्षकों को खुद की पढ़ाई के लिए छह महीने का अवैतनिक अवकाश भी मिलता था। इन दोनों ही छुट्टियों को शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद द्वारा भेजे गए पत्र में समाप्त किए जाने की जानकारी दी गई है। इस आदेश के आने के बाद शिक्षकों में रोष बढ़ रहा है।


उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश मिश्र, प्रदेश संयुक्त मंत्री अक्षय कटियार, प्रदेश कोषाध्यक्ष संजय कनौजिया और उपाध्यक्ष संतोष सहित अन्य शिक्षकों ने इस आदेश का विरोध किया है। और कहा कि यह तो शिक्षकों के अधिकारों का हनन है। इसे बर्दाश्त किया जाएगा। छुट्टियां शासन समाप्त करता जा रहा है। शिक्षकों ने यह छुट्टियां बहाल कराने के साथ उपार्जित अवकाश की भी मांग की है। बीएसए संजय तिवारी ने बताया कि शासन का आदेश आया है। उसी आधार पर शिक्षकों को काम करना है।


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