الاثنين، 24 يوليو 2023

पदोन्नति 2023 : छः महीने बाद भी नही हो सकी पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी, क्या हो भी पाएगी पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी?

पदोन्नति 2023 : छः महीने बाद भी नही हो सकी पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी, क्या हो भी पाएगी पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी?

गत छः माह से उत्तर प्रदेश के लगभग 1.14 लाख से अधिक परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत सहायक अध्यापकों की पदोन्नति के आदेश जारी हो रहे हैं, लेकिन पदोन्नति कब होगी, इस बात की जानकारी अभी तक किसी को नही पता चल पा रही है।

बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने 31 जनवरी 2023 को पदोन्नति की समय सारिणी जारी की थी, जिसके मुताबिक 10 अप्रैल तक तय समयानुसार पदोन्नति होनी थी। दो माह पहले तक बड़ी जद्दोजहद के बाद वरिष्ठता सूची की आपत्तियों का निस्तारण कर अंतिम सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई थी। अब सचिव ने 18 जुलाई को एक और पत्र जारी कर सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों से 24 जुलाई 3023 तक पदोन्नति के लिए अंतिम वरिष्ठता सूची सही होने का प्रमाण पत्र मांगा है।

अभी तक इस बात की जानकारी को भी सार्वजनिक नही किया गया है कि जिलों में प्रमोशन के लिए कितने पद खाली हैं और उनमें से कितने पदों पर प्रमोशन होगा, इतना ही नहीं अंतरजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के लिए साथी की तलाश में बैठे शिक्षकों को यह भी चिंता सता रही है कि यदि स्थानांतरण से पहले साथी शिक्षक का प्रमोशन हो गया तो उसका स्थानांतरण फंस जाएगा। वहीं, प्रमोशन नहीं होने से राज्य भर के लाखों शिक्षकों को हर महीने औसतन ढाई से तीन हजार रुपये का नुकसान का खामियाजा अलग से भुगतना पड़ रहा है।
प्रदेश के अधिकांश विद्यालयों में प्रभारी/इंचार्ज प्रधानाध्यापक से काम लिया जा रहा है। यह स्थिति तब है जब प्राइमरी स्कूलों में तीन साल में प्रमोशन का नियम है और प्रयागराज में ही फरवरी 2009 के बाद नियुक्त शिक्षकों को प्रमोशन नहीं मिला है। जबकि नियमत: इन्हें एक दशक पहले 2012 में ही प्रोन्नति मिल जानी चाहिए थी।

फिलहाल अब सभी शिक्षकों को इस बात का भी डर सताने लगा है कि पदोन्नति प्रक्रिया पूरी हो भी पाएगी या फिर ये भी कोर्ट की शरण में दम तोड़ती नजर आएगी।

पदोन्नति 2023 : छः महीने बाद भी नही हो सकी पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी, क्या हो भी पाएगी पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी? Rating: 4.5 Diposkan Oleh: Apne Sir Ji