الجمعة، 28 يوليو 2023

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अंतर्गत, 1772 स्कूलों के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ, व्यावसायिक कौशल भी सीखेंगे।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अंतर्गत, 1772 स्कूलों के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ, व्यावसायिक कौशल भी सीखेंगे।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुसार राज्य में बुनियादी शिक्षा में अपेक्षित बदलाव किये जा रहे हैं। इसके तहत अब परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के कौशल विकास पर भी फोकस किया गया है। पहले चरण में 1772 स्कूलों में करके सीखने (लर्निंग बाई डूइंग) का कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके जरिए स्कूलों में कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थियों को गणित और विज्ञान विषय में पारंगत बनाया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें व्यावसायिक कौशल की बुनियादी तकनीक से भी परिचित कराया जाएगा।

इससे उन्हें भविष्य में रोजगार के लिए तैयार किया जा सकेगा। प्रथम चरण में प्रदेश के सभी विकास खण्डों के 2-2 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में नवीन शैक्षणिक सत्र 2023-24 प्रारम्भ किया गया है। दूसरे चरण में इसे सभी उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में शुरू किया जाएगा। लर्निंग बाय डूइंग प्रोग्राम के लिए प्रत्येक विद्यालय में संबंधित ट्रेडों की लैब स्थापित की जाएंगी। इस पर 34.73 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

तकनीकी अनुदेशकों और विज्ञान शिक्षकों के लिए कार्यक्रम का एक मॉड्यूल भी विकसित किया गया है। इससे पहले यूनिसेफ और विज्ञान आश्रम की मदद से राज्य के 15 जिलों के 60 स्कूलों में लर्निंग बाय डूइंग कार्यक्रम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था. इसके तहत, विज्ञान और गणित के पाठ्यक्रम से चार कौशल ट्रेडों इंजीनियरिंग और कार्यशाला, ऊर्जा और पर्यावरण, कृषि, नर्सरी और बागवानी, गृह और स्वास्थ्य सेवा की 60 गतिविधियों को मैप किया गया है। इनके शिक्षण एवं प्रशिक्षण से विद्यार्थियों का कौशल विकास हो रहा है।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अंतर्गत, 1772 स्कूलों के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ, व्यावसायिक कौशल भी सीखेंगे। Rating: 4.5 Diposkan Oleh: Apne Sir Ji