السبت، 19 أغسطس 2023

फर्जी शिक्षकों की जांच में एसटीएफ को सहयोग न करने वाले बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

फर्जी शिक्षकों की जांच में एसटीएफ को सहयोग न करने वाले बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

स्कूल शिक्षा महानिदेशक और बेसिक शिक्षा निदेशक ने दो दर्जन से अधिक जिलों के बीएसए को पत्र लिखकर एसटीएफ का सहयोग करने को कहा है। इसके साथ ही चिन्हित शिक्षकों के दस्तावेजों और नियुक्ति पत्रों की सत्यापित प्रतियां एक सप्ताह के भीतर एसटीएफ अधीक्षक कार्यालय में भेजने का भी निर्देश दिया गया है. 

कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों द्वारा जांच में सहयोग न करने की शिकायत एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के महानिदेशक और बेसिक शिक्षा निदेशक से की थी। शिकायत में एसटीएफ ने कई जिलों के बीएसए पर दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां उपलब्ध न कराने का आरोप लगाया है। एसटीएफ के पास दस्तावेज न होने से जांच में दिक्कत आ रही है। एसटीएफ ने अपनी शिकायत के साथ ऐसे जिलों की सूची भी संलग्न की है.  एसटीएफ के इस पत्र के बाद पहले महानिदेशक स्कूल शिक्षा और अब निदेशक बेसिक शिक्षा महेंद्र देव ने सभी बीएसए को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि यदि तय समय में आदेश का पालन नहीं हुआ तो कार्रवाई के लिए मामला उच्च स्तर पर भेजा जाएगा।

28 जिलों के शिक्षक एसटीएफ के रडार पर हैं!

देवरिया, मथुरा, बलिया, संतकबीरनगर, प्रतापगढ, जौनपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, सुल्तानपुर, बस्ती, हमीरपुर, उन्नाव, गोण्डा, बलरामपुर, आगरा, अलीगढ, एटा, प्रयागराज, कौशांबी, मुरादाबाद, लखनऊ, रायबरेली, अम्बेडकरनगर, सोनभद्र , ग़ाज़ीपुर, बदायूँ और ललितपुर।

वर्ष 2018 में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने का मामला सामने आने के बाद पूरे मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी.  एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए अब तक कई फर्जी शिक्षकों को जेल भेजा है और सैकड़ों फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई की है। सूत्रों का कहना है कि पूरे राज्य में ऐसे शिक्षकों की संख्या हजारों में है।

फर्जी शिक्षकों की जांच में एसटीएफ को सहयोग न करने वाले बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। Rating: 4.5 Diposkan Oleh: Apne Sir Ji