Tuesday 21 March 2023

वर्ष के अंत तक 44 हजार से अधिक विद्यालय और 75 ब्लॉक बनेंगे निपुण। योगी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को दिया लक्ष्य, सभी की जिम्मेदारी भी तय।

वर्ष के अंत तक 44 हजार से अधिक विद्यालय और 75 ब्लॉक बनेंगे निपुण। योगी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को दिया लक्ष्य, सभी की जिम्मेदारी भी तय।

प्रत्येक 75 जिलों में कम से कम एक ब्लॉक को निपुण बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

लखनऊ: प्रदेश में बेसिक शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को नया टारगेट दिया है। इसके तहत इस साल के अंत तक प्रदेश के 44 हजार प्राथमिक विद्यालयों को निपुण विद्यालयों का दर्जा हासिल करना होगा साथ ही प्रत्येक जिले में एक-एक ब्लॉक को भी निपुण करना होगा। इस तरह कुल 75 ब्लॉक निपुण बनाने का लक्ष्य दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों की गई समीक्षा में इस लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिए थे।

निपुण भारत मिशन का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि देश में प्रत्येक बच्चा 2026-27 तक ग्रेड 3 के अंत तक अनिवार्य रूप से मूलभूत साक्षरता और अंकज्ञान प्राप्त कर ले।

बेसिक शिक्षा विभाग को दिए निर्देश के अनुसार प्रत्येक एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) को दिसंबर तक 10 स्कूलों को दक्ष बनाना होगा। इस तरह इस साल के अंत तक 44 हजार से ज्यादा स्कूलों को दक्ष बनाने का लक्ष्य है। इसी प्रकार शिक्षक संकुल को जुलाई 2023 तक अपने विद्यालयों को दक्ष बनाना अनिवार्य होगा। इसके माध्यम से 41 हजार से अधिक विद्यालयों को दक्ष बनाने का लक्ष्य है। इतना ही नहीं प्रत्येक जिले में कम से कम एक ब्लॉक को दक्ष बनाने के निर्देश दिए हैं। इस प्रकार दिसंबर 2023 तक 75 ब्लॉक को निपुण बनाने का लक्ष्य रखा गया है. निर्देश के साथ टूलकिट भी तय की गई है। इसके तहत निर्देशिका में उल्लिखित पाठ योजना को शत प्रतिशत कक्षाओं में लागू करना होगा। निपुण तालिका के द्वारा 100 प्रतिशत स्कूल बेस्ड असेसमेंट पूर्ण करना होगा। साथ ही मेंटर्स के द्वारा स्पॉट असेसमेंट किया जाएगा, जबकि डायट स्टूडेंट्स द्वारा स्पॉट असेसमेंट सुनिश्चित किया जाएगा।

NAT-1 में छात्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा

राज्य सरकार द्वारा स्कूलों को निपुण स्कूल बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और निर्धारित मानकों के अनुरूप स्कूलों की मॉनिटरिंग भी की जा रही है। निपुण असेसमेंट टेस्ट-1 का आयोजन गत नवंबर-दिसंबर के बीच किया गया था। इसमें 80 फीसदी से ज्यादा छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गई। प्रदेश के 14 प्रतिशत विद्यार्थी इस परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक, 21 प्रतिशत 75 से 90 प्रतिशत, 17 प्रतिशत 60 से 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करने में सफल रहे। परीक्षण में सफल रहने वाले टॉप-5 जिलों में वाराणसी, हापुड़, बस्ती, जौनपुर और गौतमबुद्ध नगर शामिल थे।

वर्ष के अंत तक 44 हजार से अधिक विद्यालय और 75 ब्लॉक बनेंगे निपुण। योगी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को दिया लक्ष्य, सभी की जिम्मेदारी भी तय। Rating: 4.5 Diposkan Oleh: Apne Sir Ji